Sukanya Samriddhi Yojana: बेटियों के उज्ज्वल भविष्य की योजना

सुकन्या समृद्धि खाता क्या है?

Sukanya Samriddhi Yojana: सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करना है। इस योजना के तहत, माता-पिता या अभिभावक अपनी बेटी के नाम से खाता खोल सकते हैं और उसमें नियमित रूप से राशि जमा कर सकते हैं। इस खाते से प्राप्त ब्याज दर उच्च होती है और यह योजना कर लाभ भी प्रदान करती है।

खाते की विशेषताएँ

खाता खोलने की योग्यता

सुकन्या समृद्धि खाता (Sukanya Samriddhi Yojana) केवल 10 वर्ष से कम आयु की कन्याओं के लिए खोला जा सकता है। एक कन्या के नाम से केवल एक खाता खोला जा सकता है और एक परिवार में अधिकतम दो खाते खोले जा सकते हैं।

खाता खोलने का स्थान

यह खाता किसी भी डाकघर या अधिकृत बैंक की शाखा में खोला जा सकता है। खाता खोलने के लिए बेटी का जन्म प्रमाणपत्र, माता-पिता का पहचान पत्र और निवास प्रमाणपत्र आवश्यक होते हैं।

जमा राशि

खाते में एक वित्तीय वर्ष में न्यूनतम 250 रुपये और अधिकतम 1,50,000 रुपये जमा किए जा सकते हैं। जमा राशि 50 रुपये के गुणक में होनी चाहिए।

खाता संचालन

खाते को तब तक माता-पिता या अभिभावक द्वारा संचालित किया जाएगा जब तक कि बेटी 18 वर्ष की नहीं हो जाती। 18 वर्ष के बाद, बेटी स्वयं खाते का संचालन कर सकती है।

Sukanya Samriddhi Yojana ब्याज दर और कर लाभ

ब्याज दर

सुकन्या समृद्धि खाता में जमा राशि पर ब्याज दर अन्य बचत योजनाओं की तुलना में अधिक होती है। वर्तमान में, ब्याज दर 8.2% प्रति वर्ष है (01.01.2024 से 31.06.2024 तक)। ब्याज हर वर्ष खाते में जमा होता है और यह कर मुक्त होता है।

कर लाभ

Sukanya Samriddhi Yojana इस योजना के तहत जमा राशि पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत कर छूट प्राप्त होती है। इसके अलावा, खाते में अर्जित ब्याज भी कर मुक्त होता है।

निकासी और खाता बंदी

उच्च शिक्षा के लिए निकासी

बेटी की उच्च शिक्षा के लिए 18 वर्ष की आयु के बाद खाते से 50% राशि निकाली जा सकती है। इसके लिए आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करने होते हैं, जैसे कि शिक्षा संस्थान की फीस रसीद।

विवाह के लिए खाता बंदी

बेटी की आयु 18 वर्ष होने के बाद और विवाह के लिए खाता समय पूर्व बंद किया जा सकता है। इसके लिए विवाह का प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना आवश्यक होता है।

खाता परिपक्वता

सुकन्या समृद्धि खाता 21 वर्ष की अवधि के बाद परिपक्व हो जाता है। इस अवधि के बाद खाते में जमा संपूर्ण राशि और ब्याज एकमुश्त राशि के रूप में बेटी को प्रदान की जाती है।

खाते का हस्तांतरण

यह खाता देश भर में किसी भी डाकघर या बैंक शाखा में स्थानांतरित किया जा सकता है। खाते के संचालन में किसी भी प्रकार की कठिनाई होने पर खाता धारक खाता स्थानांतरित कर सकते हैं।

योजना का उद्देश्य

सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi for girl) का मुख्य उद्देश्य बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करना और उनकी शिक्षा और विवाह के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है। यह योजना समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच को बढ़ावा देती है और उनके उज्ज्वल भविष्य की नींव रखती है।

सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Yojana) एक बेहतरीन पहल है जो बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करने के साथ-साथ परिवारों को आर्थिक सुरक्षा भी प्रदान करती है। इसे अपनाकर हम अपने समाज को और भी सशक्त बना सकते हैं।

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